**वर्निके करेक्शन: मस्तिष्क के वर्निके क्षेत्र से नकारात्मक आदेश हटाने की प्रक्रिया**
मस्तिष्क के वर्निके क्षेत्र से नकारात्मक आदेशों को हटाने की प्रक्रिया, जिसे "वर्निके करेक्शन" के नाम से जाना जाता है, काइनेसीलॉजी (Kinesiology) के माध्यम से की जाती है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य मस्तिष्क के उस हिस्से से नकारात्मक कमांड्स को हटाना है, जो हमारे विचारों और व्यवहार को प्रभावित करता है। मस्तिष्क को एक शारीरिक "स्विचबोर्ड" के रूप में देखा जाता है, जो मन और शरीर के बीच संवाद का माध्यम है।
### मन और मस्तिष्क का संबंध
मन को ऊर्जा का क्षेत्र माना जाता है, जहाँ भावनाएँ और विचार संग्रहीत होते हैं। जब हम मानसिक शुद्धिकरण की बात करते हैं, तो हम मन से नकारात्मक भावनाओं और विचारों को हटाते हैं। लेकिन, मानसिक शुद्धिकरण मस्तिष्क में संग्रहीत नकारात्मकता को हमेशा नहीं हटा पाता। शोध से पता चला है कि शब्द और भाषाई जानकारी मस्तिष्क के बाएं हिस्से के एक विशेष क्षेत्र में संग्रहीत होते हैं, जिसे "वर्निके क्षेत्र" कहा जाता है। दिलचस्प बात यह है कि मस्तिष्क के दाएँ हिस्से में भी एक समान क्षेत्र होता है, जो भाषा से संबंधित होता है।
### वर्निके क्षेत्र की भूमिका
प्रिंसटन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जूलियन जेंस (Julian Jaynes) के अनुसार, लगभग 3,000 साल पहले तक, मानव की चेतना वैसी नहीं थी जैसी आज है। उस समय के इंसान "बाइकेमरल मन" (bicameral mind) के साथ कार्य करते थे। इसका अर्थ है कि प्रारंभिक मनुष्य में स्वचेतना या आत्मनिर्भरता का कोई बोध नहीं था। जब भी कोई निर्णय लेना होता, तो वे अपने अंदर से नहीं, बल्कि बाहरी संकेतों पर निर्भर होते थे। उदाहरण के लिए, अगर वे किसी दोराहे पर पहुँचते, तो वे पत्थर फेंककर यह देखते कि उन्हें कौन सा रास्ता लेना चाहिए। कई बार, ऐसे निर्णय लेते समय मनुष्य अपने मन में "आवाज़ें" सुनता, जिन्हें वे देवता या राजा की आज्ञा समझते थे और बिना किसी सवाल के मान लेते थे।
### वर्निके क्षेत्र और "आवाजें"
वर्निके क्षेत्र पर शोध ने यह सिद्ध किया है कि अगर मस्तिष्क के बाएं हिस्से के वर्निके क्षेत्र को इलेक्ट्रिक रूप से उत्तेजित किया जाए, तो यह व्यक्ति की बोलने की क्षमता को बाधित कर सकता है। इस उत्तेजना से व्यक्ति सही से बोल नहीं पाता और उसकी भाषा रुक जाती है। दूसरी ओर, अगर दाएं मस्तिष्क के वर्निके क्षेत्र को उत्तेजित किया जाता है, तो व्यक्ति को अपने मन में "आवाजें" सुनाई देती हैं। ये आवाजें अक्सर आदेशात्मक या तानाशाही स्वरूप की होती हैं, जो व्यक्ति के जीवन में किसी डर या आदर के पात्र व्यक्ति की आवाज की तरह होती हैं।
### वर्निके करेक्शन: नकारात्मक आदेशों से मुक्ति
काइनेसीलॉजी का उपयोग करते हुए, वर्निके करेक्शन के माध्यम से उन नकारात्मक आदेशों को हटाया जा सकता है, जो व्यक्ति के मस्तिष्क के दाएं वर्निके क्षेत्र में संग्रहीत होते हैं। ये आदेश अक्सर बचपन या किसी भावनात्मक स्थिति के दौरान मस्तिष्क में दर्ज हो जाते हैं और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में व्यक्ति के निर्णय और व्यवहार को प्रभावित करते हैं। वर्निके करेक्शन की प्रक्रिया व्यक्ति को उन नकारात्मक आदेशों से मुक्ति दिलाने में मदद करती है, जिससे वे अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकें।
वर्निके करेक्शन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जो मस्तिष्क के वर्निके क्षेत्र से नकारात्मक आदेशों को हटाने में सहायक है। काइनेसीलॉजी की मदद से हम न केवल अपने मानसिक और शारीरिक संतुलन को सुधार सकते हैं, बल्कि अपने निर्णय लेने की क्षमता को भी प्रभावी बना सकते हैं। यह प्रक्रिया उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी हो सकती है, जो जीवन में भावनात्मक तनाव या नकारात्मक आदेशों के प्रभाव से जूझ रहे हैं।

